प्रतापगढ़:- अफीम कोठी स्थित सभागार में डा0 भीमराव रामजी अम्बेडकर के चित्र पर सांसद श्री कुंवर हरिवंश सिंह ने माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर ग्राम स्वरोज अभियान के अन्तर्गत सामाजिक न्याय दिवस का आयोजन हुआ। इस अवसर पर सांसद हरिवंश सिंह ने कहा कि स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री तथा भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माणकर्ता डा0 भीमराव रामजी अम्बेडकर का नाम सदैव इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में चमकता रहेगा। उन्होने कहा कि डा0 भीमराव अम्बेडकर समानता व सामाजिक समरसता के प्रतीक थे। डा0 अम्बेडकर गरीब, दलितों, पिछड़ों, मजदूरों और महिलाओं को उनका हक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होने कहा कि डा0 अम्बेडकर ने अपना सारा जीवन भारतीय समाज में व्याप्त सामाजिक बुराईयों को दूर करने तथा जाति व्यवस्था को समाप्त करने के विरूद्ध संघर्ष में लगा दिया। अम्बेडकर का सपना था कि ऊॅच-नीच, छुआ-छुत का भेदभाव मिटाकर सामाजिक सद्भावना लायी जाये। उन्होने यह भी कहा कि डा0 भीमराव अम्बेडकर जी ने बौद्ध धर्म स्वीकार किया और आज 40 देशों में बौद्ध धर्म को मानने वाले है जो बहुत बड़े देश बन गये है लेकिन हमारे देश में छुआ-छुत, अमीरी-गरीबी, सामाजिक एकता न होने के कारण अन्य देशों की अपेक्षा हमारा देश अभी भी पिछड़ा हुआ है।इस अवसर पर जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने आये हुये लोगों को डॉ0 भीमराव अम्बेडकर के जन्म दिवस पर बधाई दी और कहा कि मा0 प्रधानमंत्री जी के अथक प्रयास से डा0 भीमराव अम्बेडकर जी का जन्म दिवस सामाजिक न्याय दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि 50 ऐसे ग्रामों का चयन किया गया है जहां पर अति पिछड़े और अनुसूचित जाति के लोग रहते है। उन गांवों में रहने वाले लोगों को सामान अवसर दिया जायेगा इसके लिये हम कृत संकल्प है ब्लाक स्तर एवं ग्राम स्तर पर कार्य किये जायेगे। अम्बेडकर के जीवन से हमें प्रेरणा लेनी चाहिये और एक अच्छे समाज का निर्माण करना चाहिये।मुख्य विकास अधिकारी राजकमल यादव ने कहा कि समाज के हर वर्ग के लोगों को उनके विषय में जानकारी रखनी चाहिये। उन्होने कहा कि डॉ0 भीमराव अम्बेडकर एक संविधान रचयिता ही नही बल्कि इंडिपेंडेंट लेबर कमेटी के सदस्य होने के कारण उन्होने हमें 12 घंटे से घटाकर 8 घंटे कार्य करने का अवसर दिया।
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