नासेर्प के द्वारा आरंभ किया गया दिव्यांगता चिन्हांकन एवं शीघ्र पहचान कार्यक्रम, पढ़ें पूरी खबर

0
20
प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश। दिव्यांग बच्चों के शैक्षिक समावेशन, शीघ्र पहचान व रेफरल सेवाओं की उपलब्धता हेतु, शिक्षा विभाग द्वारा संचालित कार्य योजनाओं को मूर्त रूप देने तथा अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम में वर्णित व्यवस्थाओं के समाज के निम्नतम पायदान पर पहुंचाने की प्रतिबद्धता प्रकट करते हुए नासेर्प संगठन द्वारा विशिष्ट आवश्यकता वाले दिव्यांग बच्चों के शीघ्र पहचान व जन जागरूकता को दृष्टिगत रखते हुए 19 जून 2022 को बौद्धिक वेबीनार का आयोजन किया गया।
 
इसमें आरपीडब्ल्यूडी एक्ट में वर्णित दिव्यांगताओं में से चार दिव्यांगताओं  के पहचान हेतु देश के सर्वोच्च संस्थानों से विद्वत जनों का एकीकरण किया गया है, जिसमें राष्ट्रीय दृष्टि बाधितार्थ संस्थान देहरादून के निदेशक डॉ हिमांशु दास, अली यावर जंग नेशनल इंस्टीट्यूट आफ स्पीच एंड हियरिंग डिसेबिलिटीज से असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ सुमन कुमार,काशी हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी से एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर योगेंद्र पांडेय एवं इंक्लूसिव मीट्स वर्ल्ड की निदेशिका जगमीत कौर द्वारा अपने अपने विचार अपनी विशेष विशेषज्ञता के आधार पर प्रस्तुत किए गए।  
समाज के निचले पायदान पर स्थित होने वाले दृष्टि दिव्यांग, अल्प दृष्टिवान ,श्रवण दिव्यांग, वाणी दिव्यांग, और साथ ही साथ अधिगम अक्षमता पर भी विद्वानों के द्वारा अपने विचार प्रस्तुत किए गए। इन विद्वत्जनों के विचारों से संगोष्ठी में जुड़ने वाले विशेष शिक्षक, सामान्य शिक्षक ,दिव्यांग बच्चे एवं अभिभावक लाभान्वित हुए।
 वेबिनार के आयोजन का समस्त श्रेय नासेर्प संगठन के आयोजक मंडल को जाता है। बौद्धिक संगोष्ठी में उपस्थित समस्त अतिथियों विशिष्ट अतिथियों वक्ता गण व प्रतिभागी साथियों का हार्दिक अभिनंदन  नागेश पांडे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नासेर्प संगठन जी द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ मनीषा सिंह नेशनल ज्वाइंट सेक्रेट्री नासेर्प संगठन द्वारा किया गया। श्रवण दिव्यांग बच्चों के बौद्धिक संगोष्ठी में जुड़ने को दृष्टिगत रखते हुए आयोजक मंडल ने संकेत भाषा के निर्वाचक के रूप में शिफाली सिंह ,सचिन लोधी, मित्तल जोशी व त्रिलोकी सविता को आमंत्रित कर कार्यक्रम की विशेषज्ञता को और भी विशिष्ट बना दिया। 
कार्यक्रम की विशिष्ट आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम का यूट्यूब  प्रसारण भी संगठन के प्रयास से कराया जा रहा है जिससे भविष्य में मूर्धन्य विद्वानों के विचारों से समय-समय पर लाभान्वित हुआ जा सके।  समस्त अतिथियों प्रतिभागियों और वक्ता गण को सादर आभार नासेर्प संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष रामप्रवेश तिवारी द्वारा प्रकट किया गया।।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here