प्रयागराज, उत्तर प्रदेश। घर से रेह मिट्टी लेने गए बाइक सवार तीन लोग ट्रक से टकरा गए। दुर्घटना में दो की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीसरे ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। दूसरे हादसे में प्रतापगढ़ केे शिक्षक की ट्रक की टक्कर से मौत हो गई। वह प्रयागराज से शाम को बाइक से वापस सांगीपुर प्रतापगढ़ जा रहे थे।
सोरांव थानांतर्गत गधिना गांव निवासी शौकत अली (39) पुत्र मोहम्मद उल्लाह और जुनैद आलम (18) पुत्र रब्बानी कपड़ा धोने का काम करते थे। बुधवार की रात रेह मिट्टी लेने मऊआइमा के रामफल की इनारी गए। ट्रैक्टर लोड करने के लिए मजदूर सुनील कुमार (35) पुत्र संतलाल पटेल को भी साथ ले गए। भोर में ट्रैक्टर रेह भरकर निकला। तीनों एक ही बाइक से वापस गधिना लौट रहे थे।
प्रयागराज प्रतापगढ़ हाईवे पर अमानगंज के सामने पहुंचे तो धूल भरी आंधी आ गई। इससे वह सामने रुके ट्रक को न देख सके। तेज रफ्तार बाइक पीछे से जाकर ट्रक में जा घुसी। इससे मौके पर ही सुनील और जुनैद की मौत हो गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची गंभीर रूप से घायल शौकत को फाफामऊ स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई।
दूसरे हादसे में प्रतापगढ़ के सांगीपुर थानांतर्गत बादशाहपुर गांव निवासी प्राइमरी स्कूल के शिक्षक श्रीकांत (35) पुत्र विजयपाल प्रयागराज से प्रतापगढ़ की ओर जा रहे थे। शाम पांच बजे रामफल की इनारी चौकी के सामने ट्रक ने टक्कर मार दी।इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
रात में खाना खाकर निकले भोर में आई मौत की खबर
कपड़ा धोने के काम से जुड़े सोरांव के सात लोग बुधवार की रात खा-पीकर घर से निकले। मऊआइमा टोल प्लाजा के समीप रेह फूटती है। उसे ट्रैक्टर में भरकर घर भेज दिया चार लोग दूसरे साधनों से घर चले गए, जबकि शौकत, जुनैद और सुनील एक ही मोटरसाइकिल से निकले। अचानक आंधी आने पर उन्हें ट्रक ना दिखी और पीछे से टकरा गए।
दुर्घटना की खबर पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को अस्पताल भेजा उसकी जेब में मिले मोबाइल के माध्यम से घरवालों को फोन कर सूचना दी गई। रात में काम पर रवाना करने वाले परिजन अभी सोकर भी नहीं उठे थे कि उनके मौत की खबर आई। इससे पूरे घर में कोहराम मच गया।
तीनों पर था अपने परिवारों के पालन-पोषण का जिम्मा
मऊआइमा दुर्घटना में जान गंवाने वाले सुनील का एक बेटा और पत्नी हैं। शौकत के तीन बेटी और एक बेटा था। जबकि जुनैद अपने दो भाई बहनों में सबसे बड़ा था। वह इंटर की पढ़ाई कर रहा था। घरवालों को अपने सबसे बड़े बेटे से बहुत सी उम्मीदें थीं लेकिन वह सब इस दुर्घटना की भेंट चढ़ गई। एक ही झटके में तीनों परिवारों पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा।
शिक्षामित्र से शिक्षक बने श्रीकांत की मौत से घर में कोहराम
मऊआइमा के रामफल की इनारी पर सड़क हादसे का शिकार हुए शिक्षक श्रीकांत वर्मा पुत्र विजयपाल प्रतापगढ़ के बिहार ब्लॉक स्थित कंपोजिट विद्यालय रामपुर कोटवा में सहायक अध्यापक के तौर पर तैनात थे। श्रीकांत वर्मा वर्ष 2005 में शिक्षामित्र चयनित हुए। उसके बाद वर्ष 2018 में 69 हजार शिक्षक भर्ती के दौरान सहायक अध्यापक के रूप में उनका चयन हुआ।
वर्तमान में उनकी तैनाती बिहार ब्लॉक में थी। गुरुवार को वह अपने विद्यालय से प्रयागराज बोर्ड आफिस गए थे। शाम को घर वापसी के दौरान मऊआइमा में हादसे का शिकार हो गए। श्रीकांत के छोटे भाई कपिल देव भी प्राइमरी स्कूल में शिक्षक हैं। श्रीकांत के दो बेटे हैं। पुलिस ने घटना की सूचना परिजनों को दी। देर रात परिचन रोते बिलखते मऊआइमा थाने पहुंचे। ट्रक चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।