Tag: असदुद्दीन ओवैसी asad owaisi

  • UP: ओवैसी का सरकार पर हमला कहा 18 की उम्र में वोट दे सकते तो शादी क्यों नही,अतीक अहमद का बेटा मंच पर ही रो पड़ा जाने पूरा मामला

    उत्तर प्रदेश में सियासी पारा काफी तेजी से ऊपर जा रहा है। हर पार्टी के नेता वोटरों को लुभाने में लगे हैं। हापुड़ रोड स्थित सीएनजी पेट्रोल पंप के सामने आज एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी रैली करेंगे।

    यूपी: ओवैसी का यूपी सरकार पर हमला, कहा- अतीक अहमद का बेटा मंच पर ही रो पड़ा

    मेरठ में आज एआईएमआईएम असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल के बाहुबली अतीक अहमद के बेटे अली अपने परिवार पर जुल्मों की दास्तानें सुनाते हुए मंच पर ही रोने लगे थे। उनके अनुसार, अली ने कहा कि मेरे चाचा व अब्बू को जेल में डाल दिया, जिसके कारण मुझे और मेरी अम्मी को बाहर निकलना पड़ा।

    रैली का नाम शोषित वंचित समाज सम्मेलन रखा गया है। हापुड़ रोड स्थित बिजली बंबा बाईपास पर इस रैली को आयोजित किया गया है।

    उन्होंने आगे कहा, 18 साल के लोग क़ानूनी तौर पर अनुबंध पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। कारोबार चला सकते हैं।चुनाव में प्रधानमंत्री, सांसद और विधायक चुन सकते हैं, लेकिन शादी नहीं कर सकते? 18 साल के उम्र में भारत के नागरिक यौन संबंध बना सकते हैं, बिना शादी के साथ रह सकते हैं, लेकिन शादी नहीं कर सकते? 18 साल के किसी भी मर्द और औरत को शादी करने का हक़ होना चाहिए? क़ानूनी तौर पर 18 साल की उम्र के लोगों को बालिग़ समझा जाता है, और उन्हें अपने निजी ज़िंदगी को अपनी मर्ज़ी से जीने का हक़ है। तो शादी के मामले में ऐसी रोक-टोक क्यूँ?

  • ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश से मिलकर किया गठबंधन का ऐलान, 27 अक्टूबर के बाद सीटों पर समझौता, क्या ओवैसी भी जायेंगे सपा के साथ?देखे पूरी रिपोर्ट


    ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश से मिलकर किया गठबंधन का ऐलान, 27 अक्टूबर के बाद सीटों पर समझौता
    बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर समाजवादी पार्टी के साथ आ गए हैं उन्होंने अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद कहा कि सीटों का कोई विवाद नहीं है 27 अक्टूबर के बाद सीटों पर समझौता कर लिया जाएगा


    लखनऊ। यूपी चुनाव से पहले काफी लंबे समय से बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर अब समाजवादी पार्टी के साथ आ गए हैं। समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। अखिलेश यादव से उनकी 1 घंटे तक बातचीत हुई है।इसके बाद उन्होंने प्रेस से वार्ता करते हुए कहा है कि बीजेपी ने सामाजिक न्याय की रिपोर्ट को कूड़े की टोकरी में डाल दिया है उन्होंने कहा कि 27 अक्टूबर के बाद हम सीटों का समझौता कर लेंगे भागीदारी संकल्प मोर्चा में सीटों का कोई विवाद नहीं है।

    समाजवादी पार्टी 1 सीट भी ना देगी, तब भी समाजवादी पार्टी के साथ ही रहेंग

    कुछ दिनों पहले राजभर उन नेताओं के संपर्क में थे जिनसे अखिलेश यादव का 36 का आंकड़ा है।शिवपाल यादव और असदुद्दीन ओवैसी उनमें से दो बड़े नाम हैं। पहले ही ओम प्रकाश राजभर अचानक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह से भी मिल चुके

    अखिलेश यादव से मिलने के बाद भले ही ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि सपा और सुभासपा साथ मिलकर आए हैं लेकिन, उसी ट्वीट में उन्होंने इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट भी बता दिया है दूसरी पार्टियों के नेताओं से हुई मुलाकातों को भी उन्होंने शिष्टाचार मुलाकात ही बताया था।

    तो फिर ओमप्रकाश राजभर ने क्यों चली ऐसी चाल

    ओमप्रकाश राजभर 2017 का चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़े थे सरकार बनने के बाद वे मंत्री भी बने थे मंत्री पद छोड़ने के बाद से ही राजभर भाजपा की जड़ें खोदने में लग गये उन्होंने भाजपा विरोधी दलों का मोर्चा तो बना लिया था लेकिन, उन्हें ये अच्छे से पता था कि बिना किसी बड़े दल के साथ आये उन्हें सीटें नहीं मिल सकती हैं. मोर्चे में शामिल छोटे दलों की बदौलत किसी एक विधानसभा सीट को भी जीतना संभव नहीं है।

    वहीं बड़ी पार्टियों को ये लालच होता है कि इन जाति आधारित पार्टियों के कई विधानसभा सीटों पर थोड़े-थोड़े वोट भी उन्हें जीत के करीब ला देते हैं। विधानसभा के चुनाव में तो हर सीट पर हजार वोट भी मायने रखता है।इसीलिए अखिलेश ने भी बार बार ये दोहराया है कि वे छोटी पार्टियों से ही गठबंधन करेंगे जाहिर है दोनों एक दूसरे की मजबूरी समझते हैं ये अलग बात है कि 2017 में ओपी राजभर भाजपा की मजबूरी थी और अब सपा की बनते दिख रहे हैं अब देखना ये है कि ओपी राजभर यही रूक जाते हैं या फिर कोई और राजनीतिक चाल चलते हैं

  • जनसभा में अतीक अहमद का खत पढ़ते भावुक हुई उनकी पत्नी पत्र में सपा पार्टी पर लगाये ये आरोप

    गुजरात की साबरमती जेल में बंद प्रयागराज के फूलपुर सीट से सांसद रहे अतीक अहमद पिछले दिनों AIMIM में शामिल हो गए थे। अतीक ने साबरमती जेल से भावुक पत्र लिखकर समाजवादी पार्टी (सपा) पर हमला बोला है।

    अतीक अहमद का लिखा पत्र शनिवार को उनकी पत्नी शाइस्ता परवीन ने मंच से पढ़ा अपने पत्र में अतीक अहमद ने लिखा कि मैं और मेरा भाई जेल में हैं। मेरे बेटे पर इनाम रखा गया मुझे मजबूर में यह पत्र अपनी पत्नी से पढ़ने के लिए कहना पड़ा मेरे वालिद जिंदा होते तो शायद इसकी इजाजत नहीं देते।पति का खत पढ़ते-पढ़ते शाइस्ता भावुक हो उठीं और मंच पर ही फफक पड़ीं।

    अतीक ने अपने पत्र मे लिखा सपा कोऐसा मुसलमान सांसद और विधायक चाहिए जो इनके सामने हाथ जोड़कर जी-हुजूरी करे उन्होंने आगे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर भी हमला बोलते हुए कहा कि मुझे अखिलेश यादव ने सिर्फ जेल ही नहीं भेजा बल्कि उनकी सरकार ने मेरी जमानत का भी विरोध किया

    अतीक अहमद ने आगे लिखा कि सपा को इलाहाबाद और कौशांबी में कितने लोग जानते थे।मुझे आप लोग विधायक मानते थे मैंने मुलायम सिंह यादव का समर्थन किया जब भी मुलायम सिंह यादव ने रैली की, मैंने उनका समर्थन किया उन्होंने आगे कहा कि मुझे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की बी टीम कहते हैं अपने भाई को भाई कहने में अखिलेश यादव और सपा को शर्म आती है अपने भाई का झंडा उठाने में इन्हें शर्म आती है

    पूर्व सांसद अतीक अहमद ने कहा कि हमारे बाप-दादा चाहते तो पाकिस्तान जा सकते थे लेकिन हम यहीं रहे। हम अपने मुल्क के लिए जान दे भी सकते हैं और जान ले भी सकते हैं जब भी मुल्क पर सवाल आया तो मुसलमान सबसे आगे लड़ेगा उन्होंने कहा कि अब लड़ाई विधायक या सांसद बनने की नहीं है, अब लड़ाई अपना हक लेने की है।अतीक ने साथ ही अपने पत्र में भी यह भी कहा कि अब हम टिकट मांगने वाले नहीं, टिकट देने वाले बनेंगे

    अतीक अहमद ने कहा कि अगर किसी विधानसभा क्षेत्र में 10 हजार वोट भी मुसलमानों के हों तो सिर्फ एआईएमआईएम को ही पड़े और दूसरी पार्टियों को हरवा दो अगर जिंदा हो तो जिंदा होने का एहसास भी होना चाहिए उन्होंने कहा कि मेरी दिली ख्वाहिश थी कि ओवैसी साहब से मिलूं जब मिलत तो सुकून मिलात और यूपी की सियासत को लेकर बात भी होती लेकिन गुजरात सरकार और प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी

  • UP Election: क्या यूपी का मुसलमान असदुद्दीन ओवैसी को अपना ‘हमदर्द नेता’ कबूल करेगा?जाने क्या चाहती अवाम…

    भारत के आजाद होने से पहले करीब दो सौ साल तक सात निजामों ने हैदराबाद की रियासत पर राज किया था और तब इसका दायरा बढ़ा,पिछले कुछ बरसों से उसी हैदराबाद की जनता ने देश की राजनीति को एक ऐसा मुस्लिम नेता दिया है,AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी पेशे से वकील भी हैं, लिहाजा दक्षिण भारत के मुस्लिमों में तो उनकी पकड़ ठीकठाक है। लेकिन बिहार और पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनावों में हाथ आजमाने के बाद अब उन्होंने यूपी के चुनावों में भी ताल ठोकने का ऐलान कर दिया है।कांग्रेस और सपा जैसी पार्टियां ओवैसी पर बीजेपी की बी टीम होने का आरोप लगाती रही हैं।

    अब मुस्लिम ताकत को एकजुट करने यूपी पहुंचे ओवैसी ने आज जो एलान किया है, वो थोडा चौंकाने वाला अब उनका फोकस सिर्फ मुसलमान नहीं है बल्कि ओबीसी और दलित भी हैं।ओवैसी ने अपना सियासी समीकरण बदलते हुए कहा हम सबको साथ लेकर चुनाव लड़ेंगे हिंदुओं को भी टिकट देंगे ओबीसी और दलित हमारे भाई हैं सबको बराबर से भागीदारी देंगे।


    राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि ओवैसी अपनी तकरीरों में बीजेपी के खिलाफ चाहे जितना जहर उगलते हों लेकिन चुनावों में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों को मैदान में उतारकर एक तरह से वो बीजेपी की ही मदद करते हैं। अब यूपी में भी जितनी सीटों पर उनकी पार्टी लड़ेगी, वहां सबसे ज्यादा नुकसान सपा को और फिर कांग्रेस को होगा क्योंकि मुस्लिम वोट बंट जाने से बीजेपी को ही उसका सीधा फायदा मिलेगा। लेकिन इस बार वे नया सियासी दांव खेलते हुए मायावती की बीएसपी के वोट बैंक में भी सेंध लगाने की जुगाड़ में है। प्रतापगढ़ के 250 रानीगंज विधानसभा में वर्तमान जिला पंचायत सदस्य अनिल सरोज को पार्टी उम्मीदवार बना सकती है।

    उत्तर प्रदेश में हर समाज, हर बिरादरी की लीडरशिप है।उनकी एक पहचान है उसी तरह से मुसलमानों की भी एक स्वतंत्र आवाज होनी चाहिए हम लीडरशिप की बात करते हैं राजनीतिक हिस्सेदारी की बात करते हैं इसलिए सभी हमारा विरोध कर रहे हैं।


    ओवैसी ने प्रयागराज फूलपुर के बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनकी पत्नी शाइस्ता परवीन को अपनी पार्टी की सदस्यता देकर ये जाहिर कर दिया कि यूपी में उनकी सियासत किस लाइन पर आगे बढ़ने वाली है

    उन्होंने यही सफाई दी है कि अतीक को अब तक किसी भी मामले में सजा नहीं हुई है जबकि बीजेपी के 87 परसेंट सांसद ऐसे हैं जिन पर गंभीर आरोप हैं

    लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या यूपी का मुसलमान ओवैसी को अपने ‘हमदर्द नेता’ के रूप में कबूल करेगा?

  • यूपी चुनाव से पहले ओवैसी ने चला बड़ा दांव, बाहुबली अतीक अहमद की पत्नी को पार्टी में कराया शामिल वहीं पूर्व सांसद को लेकर दिया ये बयान…

    यूपी चुनाव से पहले ओवैसी ने चला बड़ा दांव, बाहुबली अतीक अहमद की पत्नी को पार्टी में कराया शामिल

    यूपी चुनाव से पहले एआईएमआईएम ने जीत के लिए बड़ा दांव चला है। ओवैसी ने आज लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यूपी के बाहुबली अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को अपनी पार्टी में शामिल कराया है। बाहुबली अतीक अहमद अभी जेल में बंद हैं, जिनकी जगह उनकी पत्नी ने अपने समर्थकों के साथ aimim पार्टी की सदस्यता ली।

    पूर्व सांसद अतीक अहमद को पार्टी में शामिल कराने पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अबतक अतीक अहमद पर कोई दोष साबित नहीं हुआ है।

    पूर्व लोकसभा सांसद और कद्दावर नेता अहमद के खिलाफ हत्या, अपहरण, अवैध खनन, रंगदारी, धमकी और धोखाधड़ी समेत 90 से अधिक आपराधिक मामले हैं। वह गुजरात की जेल में बंद है।

    एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भी मामले हैं।

  • UP Elections: तीन दिनों के यूपी दौरे पर Owaisi, कहा- ’60 साल तक दूसरों को जिताया, अब जीतने की बारी’अयोध्या से 2022 का आगाज़ जाने क्या बोले ओवैसी…

    असदुद्दीन ओवैसी ने अयोध्या से किया मिशन-2022 का आगाज, देखें क्या बोले

    असदुद्दीन ओवैसी अयोध्या से मिशन-2022 का आगाज करने जा रहे हैं। ओवैसी मंगलवार को अयोध्या के मुस्लिम बहुल रुदौली विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित कर रहे हैं।ये क्षेत्र ओवैसी की पार्टी के लिए काफी खास है AIMIM ने यूपी की राजनीति में अयोध्या जिले से ही अपना चुनावी डेब्यू किया था और ‘जय भीम और जय मीम’ समीकरण को जमीन पर उतारने की कोशिश की थी ओवैसी मंगलवार को अयोध्या के मुस्लिम बहुल रुदौली विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित कर रहे हैं ये क्षेत्र ओवैसी की पार्टी के लिए काफी खास है इसके लिए उन्होंने मुस्लिम बहुल सीटों पर खास फोकस किया है ओवैसी ने कहा इस बार हम 100 सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार हैं हमने 60 साल से सबको जिताया, अब हम जीतेंगे हम चुनाव लड़ रहे हैं तो दूसरी पार्टियों के पेट में दर्द क्यों हो रहा है हम किसी के गुलाम नहीं हैं

  • उत्तर प्रदेश की राजनीति में भूचाल पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी अपने समर्थकों के साथ AIMIM में शामिल,असद ओवैसी ने दिलायी सदस्यता

    उत्तर प्रदेश की राजनीति में मचा भूचाल बाहुबली नेता अतीक अहमद की पत्नी अपने समर्थकों के साथ आज ओवैसी की पार्टी AIMIM में शामिल हुई अतीक अहमद लम्बे समय से जेल में बन्द है। अतीक अहमद 5 बार विधायक व फूलपुर से सांसद रहे।

    इलाहाबाद शहर पचिम से पाँच बार के विधायक औऱ फूलपुर के सांसद अतीक अहमद की पत्नी औऱ बेटे ने ली AIMIM की सदस्यता आज लखनऊ में ली अतीक अहमद परिवार का बनारस से लेकर कानपुर तक हर विधानसभा में अपनी खुद की अच्छी पकड़ है औऱ 2022 में विधानसभा चुनाव भी है तो अतीक अहमद औऱ उनका परिवार जरूर चुनाव लड़ेंगा औऱ अतीक अहमद की खुद हर विधानसभा में व्यक्तिगत वोट है ये भी सब को मानना पड़ेगा तो क्या होगा आगे 2022 ?

  • जंतर-मंतर पर लगे आपत्तिजनक नारे पर बोले ओवैसी उनको पता है मोदी,देखे ख़बर

    दिल्ली के जंतर मंतर पर भड़काऊ नारेबाजी के मामले में ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM ) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ज़बरदस्त नाराज़गी जाहिर करते हुए पूछा कि ऐसी भीड़ और ऐसे नारे पर देश का मुसलमान अपने आपको कैसे सुरक्षित महसूस कर सकता है ? असदुद्दीन ओवैसी ने ट्विटर पर लगातार कई ट्वीट्स कर लगाए गए आपत्तिजनक नारों पर अपनी राय जाहिर की जो सोशल मीडिया के वायरल हो रहा है ।

    उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा पिछले जुम्मे को द्वारका में हज हाउस के विरोध में एक ‘महापंचायत’ बुलाई गई। हस्ब-ए-रिवायत, इस पंचायत में भी मुसलमानों के खिलाफ़ पुर-तशद्दुद् नारे लगाए गए। जंतर मंतर मोदी के महल से महज़ 20 मिनट की दूरी पर है, कल वहाँ “जब मुल्ले काटे जाएंगे…” जैसे घटिया नारे लगाए गए।

  • असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी से नहीं है कोई गठबंधन UP,UK में BSP अकेली लड़ेंगी विधानसभा चुनाव, मायावती

    लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने उत्तर प्रदेश के साथ ही उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव में किसी भी दल के साथ गठबंधन की खबरों को महज़ एक अफ़वाह बताया। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को पांच ट्वीट में पंजाब में अकाली दल के अलावा किसी भी राज्य में किसी के साथ भी गठबंधन से इन्कार कर दिया है। अटकलें लगने के साथ ही उत्तर प्रदेश में बसपा के औवैसी की पार्टी के साथ गठबंधन की खबरें आने के बाद मायावती फ्रंट पर आ गई और उन्होंने इन सभी अफवाह को मीडिया की देन बताय।

    बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी उत्तर प्रदेश के साथ उत्तराखंड में अकेले दम पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी। उत्तर प्रदेश में हमारी पार्टी का असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM से कोई गठबंधन नहीं हो रहा है। उन्होंने किसी भी तरह की खबर को खारिज किया है। मायावती ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में 2022 का विधानसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी अकेले ही लड़ेगी। पार्टी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि हमारा पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के साथ ही गठबंधन है। इसके अलावा अन्य किसी भी राज्य में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन न हुआ है और न ही आगे होगा

    लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी की पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM) से गठबंधन को लेकर मीडिया में चल रही खबरों को भ्रामक और तथ्यहीन बताते उसका खंडन किया है. साथ ही मायावती ने 2022 उत्तर-प्रदेश और उत्तराखंड में अकेले चुनाव विधानसभा का लड़ने का एलान किया है.

  • इन हालात को देखकर पीएम मोदी की आंखों में आंसू क्यों नहीं हैं ओवैसी का चैलेंज PM केयर्स फंड से कितने वेंटिलेटर्स ऑर्डर हुए

    असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी को चुनौती दी है कि वो बताएं पीएम केयर्स फंड के जरिए कितने वेंटिलेटर्स ऑर्डर किए गए थे ओवैसी ने कहा है कि इन हालात को देखकर पीएम मोदी की आंखों में आंसू क्यों नहीं हैं?

    BJP सरकार के मंत्रियों और नेताओं पर बरसते हुए ओवैसी ने कहा कि असम के मंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने झूठ बोला है, उत्तराखंड के सीएम को जींस की चिंता रहती है उन्होंने भी झूठ बोला है ओवैसी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री से जब ऑक्सीजन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बोला कि थप्पड़ मारूंगा गृह मंत्री पर हमला करते हुए AIMIM नेता ने कहा कि अमित शाह ने अप्रैल में पहली मीटिंग ली वो अबतक कहां थे?

    ओवैसी ने कहा कि मोदी सरकार पूरी तरह से फेल है, नरेंद्र मोदी सरकार दिख ही नहीं रही है कई राज्यों में वैक्सीन की सेकेंड डोज मौजूद नहीं है सरकार कहती है कि वैक्सीन खरीद लो, लेकिन गरीब आदमी जिसकी नौकरी चली गई है वो वैक्सीन कहां से ले पाएगा?

    ओवैसी ने कहा कि विशेषज्ञों का मानना है कि अगर हम 80 फीसदी आबादी को वैक्सीनेट नहीं करते हैं तो तीसरी लहर का खतरा है लेकिन हमारे पास वैक्सीन नहीं है, 10 करोड़ लोगों की बजाय हम मात्र 2 करोड़ लोगों को वैक्सीन दे पा रहे है।

    [26/04, 15:34] Ali Khan: AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी को चुनौती दी है कि वो बताएं पीएम केयर्स फंड के जरिए कितने वेंटिलेटर्स ऑर्डर किए गए थे. ओवैसी ने कहा है कि इन हालात को देखकर पीएम मोदी की आंखों में आंसू क्यों नहीं हैं?

    BJP सरकार के मंत्रियों और नेताओं पर बरसते हुए ओवैसी ने कहा कि असम के मंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने झूठ बोला है, उत्तराखंड के सीएम को जींस की चिंता रहती है उन्होंने भी झूठ बोला है. ओवैसी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री से जब ऑक्सीजन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बोला कि थप्पड़ मारूंगा. गृह मंत्री पर हमला करते हुए AIMIM नेता ने कहा कि अमित शाह ने अप्रैल में पहली मीटिंग ली. वो अबतक कहां थे?

    सांसद ओवैसी ने कहा कि ये आपदा मानव निर्मित है. मोदी सरकार पूरी तरह से फेल है, नरेंद्र मोदी सरकार दिख ही नहीं रही है. कई राज्यों में वैक्सीन की सेकेंड डोज मौजूद नहीं है. सरकार कहती है कि वैक्सीन खरीद लो, लेकिन गरीब आदमी जिसकी नौकरी चली गई है वो वैक्सीन कहां से ले पाएगा?