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  • Azam Khan: झूठ के लम्हे होते हैं, सदियां नहीं…आजम खान की रिहाई पर किया ट्वीट और तो ट्रोल हो गए अखिलेश यादव,लोगो ने कही ये बात देखे खबर

    Azam Khan: झूठ के लम्हे होते हैं, सदियां नहीं…आजम खान की रिहाई पर किया ट्वीट और ट्रोल हो गए अखिलेश यादव


    लंबे समय से यूपी के राजनीतिक गलियारों में आजम खान और अखिलेश यादव के बीच नाराजगी की खबरें तैर रही हैं। इस बीच, आजम खान दो साल से ज्‍यादा वक्‍त बिताने के बाद सीतापुर जेल से रिहा हो चुके हैं। इस मौके पर सपा का कोई बड़ा नेता उन्‍हें रिसीव करने जेल नहीं पहुंचा। अखिलश यादव ने ट्वीट कर जरूर आजम की रिहाई का स्‍वागत किया है। इस पर ट्विटर पर लोगों ने जमकर मजे लिए हैं।
    लखनऊ: समाजवादी पार्टी से नाखुश बताए जा रहे कद्दावर नेता आजम खान (Azam Khan) दो साल से ज्‍यादा समय बिताने के बाद शुक्रवार सुबह सीतापुर जेल से रिहा हो गए।

    उन्‍हें रिसीव करने प्रसपा अध्‍यक्ष शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) तो पहुंचे पर सपा का कोई बड़ा नेता नहीं नजर आया। हालांकि, सपा अध्‍यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्वीट कर जेल से रिहा होने पर आजम खान का स्‍वागत किया है। उन्‍होंने भरोसा जताया कि आजम जल्‍द ही सभी झूठे मुकदमों से बरी हो जाएंगे। अखिलेश के इस ट्वीट पर लोगों ने जमकर मजे लिए हैं


    अपने ट्वीट में अखिलेश ने लिखा है- ‘सपा के वरिष्ठ नेता और विधायक आजम खान के जमानत पर रिहा होने पर उनका हार्दिक स्वागत है। जमानत के इस फैसले से सर्वोच्च न्यायालय ने न्याय को नये मानक दिये हैं। पूरा ऐतबार है कि वो अन्य सभी झूठे मामलों-मुकदमों में बाइज्‍जत बरी होंगे। झूठ के लम्हे होते हैं, सदियां नहीं

    उसके बाद सोसल मीडिया पर लोगो ने उनकी आलोचना करनी शुरू कर दी

    अखिलेश के ट्वीट पर आर्यन यदुवंशी नाम के यूजर ने लिखा है- ‘श्रीमान जी हम आपसे पूर्ण रूप से सहमत है किन्तु आपसे एक उम्मीद थी जब माननीय आज़म खान साहब सरकारी यातना से मुक्त होंगे और जेल से बाहर आएंगे तो आप पहले व्यक्ति होंगे जो खान साहब का स्वागत करेगा परंतु आपको राजनीति भी एसी कमरे से करनी है कम से कम नेताजी की विरासत को सही रूप से बढ़ाओ

    काजी हम्‍माद ने लिखा है- ‘आप भी अब आराम करना अध्यक्ष जी। आपने जो संघर्ष किया सड़कों पर, उसकी थकावट अभी नहीं गई होंगी और पूरा देश और प्रदेश आपका शुक्रिया अदा करता है कि आपने अपनी पार्टी के वरिष्‍ठ नेता और वो नेता जिसने आपके लिए और आपकी पार्टी के लिए इतना किया तो आपका इतना करना जरूरी 

    एक अन्‍य यूजर ने लिखा- ‘आजम खान साहब को लेने शिवपाल यादव सीतापुर जेल पहुंच गए, पर आप AC मे बैठ कर ट्वीट कर रहे है। आजम खान साहब से उनके घर मिल कर आइये वरना अपनी राजनीति खत्म ही समझिये

  • आजम खां से सीतापुर जेल में मिलने के बाद शिवपाल का सपा मुखिया पूर्व सीएम,मुलायम सिंह यादव पर लगायें आरोप सपाइयों में गुस्सा देखे पूरी ख़बर

    समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ बड़ा मोर्चा खोल चुके शिवपाल सिंह यादव ने शुक्रवार को सीतापुर जेल में बंद पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां से मिले। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने सीतापुर जिला कारागार में आजम खां से करीब 45 मिनट तक बात की

    आजम खां से करीब पौन घंटे की मुलाकात के बाद समाजवादी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए। शिवपाल ने कहा कि इस समय विधानसभा में आजम भाई से वरिष्ठ कोई भी विधायक नहीं है और समाजवादी पार्टी उनके लिए संघर्ष करते नहीं दिख रही है। शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश यादव के साथ पहली बार मुलायम सिंह यादव पर भी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि नेताजी और अखिलेश यादव चाहते तो आजम खां जेल से बाहर होते। नेताजी ने कुछ नहीं किया, लोकसभा में भी मामला नहीं उठाया। वह चाहते तो धरना कर सकते थे। 


    शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि यह बात तो पूरा देश जानता है कि नेताजी का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बहुत सम्मान करते हैं। अगर आजम खां की जेल से रिहाई के लिए नेताजी की अगुवाई में समाजवादी पार्टी के नेता धरने पर भी बैठ जाते तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तो नेताजी की बात को जरूर सुनते। समाजवादी पार्टी के लोगों को यह बात रखनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य और वरिष्ठ नेता होने के बावजूद भी आजम खां की मदद नहीं हो पा रही। उन पर छोटे और झूठे मुकदमे लगाए गए। अब सिर्फ एक मुकदमा बचा है। छह महीने पहले बहस भी हो चुकी है, लेकिन समाजवादी पार्टी की तरफ से मदद नहीं हो पा रही है। हम तो आजम भाई के साथ हैं और वह हमारे साथ हैं। शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि इस समय उत्तर प्रदेश विधानसभा में आजम खां से वरिष्ठ सदस्य कोई नहीं है। वो लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य भी रहे हैं लेकिन समाजवादी पार्टी आजम भाई की मदद करती हुई या संघर्ष करती हुई नहीं दिख रही है, यह तो बड़े ही दुर्भाग्य की बात है। सपा के अन्य मुस्लिम नेताओं की बदले रुख और जयंत चौधरी के आजम खान के परिजनों से मुलाकात के बाद शिवपाल यादव की आजम से मुलाकात काफी अहम है। उन्होंने इस मुलाकात के बाद भविष्य में नए राजनीतिक समीकरणों की सुगबुगाहट शुरू कर दी है। शिवपाल यादव ने साफ कहा है कि आजम साहब बड़े नेता है।

  • प्रतापगढ़:ददुआ का भतीजा पूर्व विधायक सहित दो दर्जन लोगों पर दर्ज हुआ मुकदमा वजह जान हो जायेगे हैरान, देखे ख़बर

    पूर्व विधायक ददुआ के भतीजे रामसिंह पटेल पर आचार सहिंता उलंघन का दर्ज हुआ मुकदमा रोक के बावजूद जनसभा करने पर दर्ज हुआ मुकदमा

    डकैत ददुआ के भतीजे पूर्व विधायक राम सिंह पटेल सहित 30 कार्यकर्ताओं पर समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक राम सिंह पटेल पर आचार सहिंता उलंघन का केस दर्ज

    प्रतापगढ़। पट्टी के पूर्व विधायक राम सिंह यादव पर कंधई थाना में आचार सहिंता उलंघन का मुकदमा दर्ज हुआ
    आप को बता दे कि बृहस्पतिवार को पट्टी विधानसभा में चुनाव प्रचार भारी भीड़ लेकर चलने रोक के बाद जनसभा कर भीड़ जुटाने पर पूर्व विधायक रामसिंह पटेल सहित 30 लोगो पर एफआईआर दर्ज की गई।

    रामसिंह पटेल, प्रिंस पटेल, मेवालाल पटेल,राजेश पटेल,गुडमैन, वाजिद अली,प्रमोद ,रामभजन पटेल,जनक,वकील, शकील,महेन्द्र वर्मा, जितेंद्र यादव,भैयाराम,दयाशंकर गुप्ता,श्यामचरण,महेंद्र पटेल, रामचरण,राम प्रताप, बिन्देश, व 15 से 20 अज्ञात के खिलाफ हुआ मुकदमा दर्ज

  • भाजपा को पर अखिलेश का वार ब्राह्मण होता तो गाड़ी पलटती मुस्लिम होता तो…25000 इनामिया धनंजय सिंह पर सपा का वार

    रूबरू इंडिया अखिलेश यादव का ट्वीट

    उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने ट्वीटर अकाउन्ट से एक वीडियो शेयर किए है जिसमे उन्होंने ने लिखा है कि

    भाजपा का काम ~ अपराधी सरेआम!

    बाबा जी अपने करीबी नालबद्ध माफ़ियाओं के टॉप टेन की सूची बनाकर एक टीम बना लें और आईपीएल की तरह एक ‘एमबीएल’ मतलब ‘माफिया भाजपा लीग’ शुरू कर दें। शहर के पुलिस कप्तान तो उनके लिए पिच बिछाए बैठे ही हैं और टीम कप्तान वो ख़ुद हैं ही… हो गए पूरे ग्यारह

    वही समाजवादी पार्टी के ट्वीटर अकाउंट से भी यह वीडियो शेयर किया गया है जिसमें लिखा है कि

    फर्क साफ है!मुख्यमंत्री से जुड़े माफिया ‘खेल’ रहे क्रिकेट 25000 के इनामी माफिया धनंजय सिंह सत्ता के संरक्षण में पुलिस की नाक के नीचे ले रहे खुले आसमान के नीचे खेल का मजा।”डबल इंजन” सरकार के बुलडोजर को नहीं मालूम इनका पता!जनता सब देख रही, बाईस में भाजपा साफ।

    सपा के प्रवक्ता जितेंद्र वर्मा जीतू ने लिखा ब्राह्मण होती तो गाड़ी पलट जाती है मुस्लिम होते तो घर गिर जाता पिछड़ी जाति के होते तो एनकाउंटर हो जाता यादव होते तो थाने में हत्या हो जाती यह मुख्यमंत्री जी के जाति ठाकुर हैं इसलिए बचे हैं

  • UP Election: पूर्व मंत्री शिवाकांत ओझा के भाजपा में जाने को लेकर आया उनका बयान,जाने पूरा मामला

    प्रतापगढ़ पूर्व मंत्री के संबंध में फर्जी खबर हो रही वायरल पूर्व मंत्री ने भाजपा में जाने की बात को सिरे से किया खारिज उनके प्रतिनिधि अनिल तिवारी ने बताया कि यह विरोधियों की साजिश है हम समाजवादी पार्टी में हैं और हम समाजवादी पार्टी से ही चुनाव लड़ेंगे

    वही पूर्व मंत्री के बेटे पूर्व ब्लॉक प्रमुख श्यामू ओझा से हमारे सहयोगी रुस्तम अली द्वारा मोबाइल फ़ोन पर बात हुई श्यामू का कहना है कि ये बात पूरी तरह से विरोधियों की साजिश है हम समाजवादी पार्टी के साथ है ऐसे लोगो पर कानूनी कार्यवाही करेंगे।

    आपको बता दें कि प्रोफेसर शिवाकांत ओझा जनपद प्रतापगढ़ के वरिष्ठ नेता है कई बार उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहे हैं उन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी से ही की थी कुछ समय के लिए बहुजन समाज पार्टी में भी गए थे उन्होंने चुनाव लड़ा था उसके बाद से वह समाजवादी पार्टी में है 2012 से समाजवादी पार्टी में 2012 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधानसभा से विधायक चुने गए थे उसके बाद पार्टी सरकार में मंत्री बने थे प्रोफेसर शिवाकांत शिवाकांत प्रतापगढ़ के प्रतापगढ़ के वरिष्ठ नेता हैं उन्हें जनपद प्रतापगढ़ में विकास पुरुष के नाम से भी जाना जाता है उन्होंने अपनी राजनीति शुरुआत जनपद प्रतापगढ़ के पट्टी विधानसभा से की थी उसके बाद वह बीरापुर से विधायक चुने गए फिर परिसीमन के बाद रानीगंज हुई तो वह रानीगंज के विधायक चुने गए उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बने शिक्षा,चिकित्सा मंत्री जैसे दर्जनों महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं प्रोफेसर शिवाकांत ओझा

  • UP Free Boring Yojana : किसान अब फ्री में करवाएं बोरिंग.. ऐसे ले योजना का लाभ

    UP Free Boring Yojana : प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के लिए यह उत्तर प्रदेश फ्री बोरिंग योजना 1985 से चल रही है। राज्य के छोटे और सीमांत किसानों को सिंचाई सुविधा प्रदान करने के लिए मुफ्त बोरिंग योजना शुरू की गई है। इस यूपी फ़्री बोरिंग योजना का क्रियान्वयन उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा किया जाता है। नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (नाबार्ड) ने फ्री बोरिंग स्कीम के तहत विभिन्न हॉर्स पावर के पंपसेट खरीदने के लिए कर्ज की सीमा तय की है !

    यह योजना सिंचाई विभाग का प्रमुख कार्यक्रम है। योजनान्तर्गत पम्पसेट क्रय हेतु ऋण लेने पर किसानों को अनुदान दिया जाता है। योजना का लाभ उत्तर प्रदेश के अति-शोषित विकास खंडों को छोड़कर राज्य के सभी क्षेत्रों में लागू है। आइए जानते हैं यूपी फ़्री बोरिंग योजना की विस्तृत जानकारी के बारे में।

    उत्तर प्रदेश में ज्यादातर लोग खेती करते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा संचालित उत्तर प्रदेश फ्री बोरिंग योजना के तहत उत्तर प्रदेश के किसानों को मुफ्त बोरिंग दी जाएगी, इस यूपी फ़्री बोरिंग योजना के माध्यम से वे अपने खेतों की सिंचाई कर सकते हैं और अपनी सब्जियों और उपज को बढ़ावा दे सकते हैं।

    इससे किसानों को आर्थिक मदद मिलेगी और किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, इसलिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फ्री बोरिंग योजना बनाई है. ताकि किसानों के जीवन को उभारा जा सके, आज हम आपको इस लेख के माध्यम से यूपी फ़्री बोरिंग योजना के बारे में बताएंगे।

    उत्तर प्रदेश मुफ्त बोरिंग योजना सब्सिडी


    सामान्य जाति के छोटे और सीमांत किसानों के लिए अनुदान

    छोटे किसानों के लिए बोरिंग पर सब्सिडी की अधिकतम सीमा 5,000/- रुपये निर्धारित की गई है।
    सीमांत किसानों के लिए बोरिंग पर सब्सिडी की अधिकतम सीमा 7,000/- रुपये निर्धारित की गई है।
    पंप सेट को खरीदकर बोरिंग पर लगाना अनिवार्य नहीं है।
    छोटे किसानों को पंप सेट खरीद कर बोरिंग लगाने पर अधिकतम 4500/- रुपये का अनुदान मिलेगा।
    यदि पम्पसेट को सीमांत किसानों द्वारा बोरिंग पर खरीदा एवं स्थापित किया जाता है, तो अधिकतम अनुदान रु. 6,000/- प्राप्त होगा।
    अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के छोटे और सीमांत किसानों के लिए अनुदान

    छोटे और सीमांत किसानों के लिए बोरिंग पर सब्सिडी की अधिकतम सीमा 10,000/- रुपये निर्धारित की गई है। यदि यूपी फ़्री बोरिंग योजना में बोरिंग से शेष राशि रू.10,000/- की सीमा के अधीन है, तो रिफ्लेक्स वाल्व, डिलीवरी पाइप, बेंड आदि जैसी सामग्री उपलब्ध कराने की अतिरिक्त सुविधा भी उपलब्ध होगी। बोरिंग पर पम्पसेट लगाने पर पम्पसेट क्रय करने पर अधिकतम 9,000/- रुपये का अनुदान प्राप्त होगा। तथापि, उत्तर प्रदेश बोरिंग पर पम्पसेट लगाना अनिवार्य नहीं है।

    UP Free Boring Yojana में ऐसे करें आवेदन


    उत्तर प्रदेश फ्री बोरिंग योजना आवेदन पत्र डाउनलोड करने के लिए लिंक पर क्लिक करें ( minorirrigationup.gov.in )।
    फॉर्म को ऑनलाइन डाउनलोड करने के बाद एक प्रिंटआउट निकालना होगा।
    इस यूपी फ़्री बोरिंग योजना के बाद फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारियों को भरकर अपने जिले के प्रखंड विकास अधिकारी/सहायक अभियंता, लघु सिंचाई विभाग कार्यालय उत्तर प्रदेश में जमा करना होगा.

    एचडीपीई पाइपों के लिए सब्सिडी


    90 मिमी आकार के एचडीपीई पाइप की लागत न्यूनतम 30 मीटर से अधिकतम 60 मीटर तक की 50% सब्सिडी दी जाएगी। यूपी फ़्री बोरिंग योजना अनुदान की राशि एचडीपीई पाइप की लागत का ५०% या अधिकतम ३०००/- रुपये अनुदान के रूप में होगी। किसानों ) की मांग को ध्यान में रखते हुए 22 मार्च 2016 से 110 एमएम एचडीपीई पाइप लगाने पर भी उत्तर प्रदेश सब्सिडी का प्रावधान किया गया है.

    पंप सेट खरीदने के लिए सब्सिडी


    यूपी फ़्री बोरिंग योजना के तहत नाबार्ड द्वारा विभिन्न हॉर्सपावर के पंपसेट के लिए बैंक ऋण की सीमा तय की गई है. किसान राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक की शाखा से ऋण प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा किसान योजनान्तर्गत जिलावार पंजीकृत पम्पसेट डीलरों से पम्पसेट क्रय करने की व्यवस्था भी लागू की गयी है। दोनों में से किसी एक प्रक्रिया को अपनाकर किसान पंपसेट खरीदकर अनुदान का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। योजना के तहत अनुदान का लाभ प्राप्त करने के लिए आईएसआई मार्क पंपसेट खरीदना अनिवार्य है। इस योजना का लाभ उत्तर प्रदेश के सभी किसान ले सकते है !

  • ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश से मिलकर किया गठबंधन का ऐलान, 27 अक्टूबर के बाद सीटों पर समझौता, क्या ओवैसी भी जायेंगे सपा के साथ?देखे पूरी रिपोर्ट


    ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश से मिलकर किया गठबंधन का ऐलान, 27 अक्टूबर के बाद सीटों पर समझौता
    बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर समाजवादी पार्टी के साथ आ गए हैं उन्होंने अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद कहा कि सीटों का कोई विवाद नहीं है 27 अक्टूबर के बाद सीटों पर समझौता कर लिया जाएगा


    लखनऊ। यूपी चुनाव से पहले काफी लंबे समय से बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर अब समाजवादी पार्टी के साथ आ गए हैं। समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। अखिलेश यादव से उनकी 1 घंटे तक बातचीत हुई है।इसके बाद उन्होंने प्रेस से वार्ता करते हुए कहा है कि बीजेपी ने सामाजिक न्याय की रिपोर्ट को कूड़े की टोकरी में डाल दिया है उन्होंने कहा कि 27 अक्टूबर के बाद हम सीटों का समझौता कर लेंगे भागीदारी संकल्प मोर्चा में सीटों का कोई विवाद नहीं है।

    समाजवादी पार्टी 1 सीट भी ना देगी, तब भी समाजवादी पार्टी के साथ ही रहेंग

    कुछ दिनों पहले राजभर उन नेताओं के संपर्क में थे जिनसे अखिलेश यादव का 36 का आंकड़ा है।शिवपाल यादव और असदुद्दीन ओवैसी उनमें से दो बड़े नाम हैं। पहले ही ओम प्रकाश राजभर अचानक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह से भी मिल चुके

    अखिलेश यादव से मिलने के बाद भले ही ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि सपा और सुभासपा साथ मिलकर आए हैं लेकिन, उसी ट्वीट में उन्होंने इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट भी बता दिया है दूसरी पार्टियों के नेताओं से हुई मुलाकातों को भी उन्होंने शिष्टाचार मुलाकात ही बताया था।

    तो फिर ओमप्रकाश राजभर ने क्यों चली ऐसी चाल

    ओमप्रकाश राजभर 2017 का चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़े थे सरकार बनने के बाद वे मंत्री भी बने थे मंत्री पद छोड़ने के बाद से ही राजभर भाजपा की जड़ें खोदने में लग गये उन्होंने भाजपा विरोधी दलों का मोर्चा तो बना लिया था लेकिन, उन्हें ये अच्छे से पता था कि बिना किसी बड़े दल के साथ आये उन्हें सीटें नहीं मिल सकती हैं. मोर्चे में शामिल छोटे दलों की बदौलत किसी एक विधानसभा सीट को भी जीतना संभव नहीं है।

    वहीं बड़ी पार्टियों को ये लालच होता है कि इन जाति आधारित पार्टियों के कई विधानसभा सीटों पर थोड़े-थोड़े वोट भी उन्हें जीत के करीब ला देते हैं। विधानसभा के चुनाव में तो हर सीट पर हजार वोट भी मायने रखता है।इसीलिए अखिलेश ने भी बार बार ये दोहराया है कि वे छोटी पार्टियों से ही गठबंधन करेंगे जाहिर है दोनों एक दूसरे की मजबूरी समझते हैं ये अलग बात है कि 2017 में ओपी राजभर भाजपा की मजबूरी थी और अब सपा की बनते दिख रहे हैं अब देखना ये है कि ओपी राजभर यही रूक जाते हैं या फिर कोई और राजनीतिक चाल चलते हैं

  • यूपी-NDA के सांसद ने ब्राह्मण और क्षत्रिय समाज को खुलेआम मंच से दी दनादन गाली… जाने पूरा मामला

    उत्तर प्रदेश में BJP की सहयोगी पार्टी ‘अपना दल’ के एक सांसद हैं, नाम है पकौड़ी लाल.

    सांसद पकौड़ी लाल का एक वीडियो वायरल है जिसमें वो ब्राह्मण और क्षत्रिय समाज को दनादन गाली दे रहे हैं.

    सामने बैठे उनके समर्थक तालियां बजा रहे हैं. गाली वाला वीडियो आपको मिल जाएगा. बाकी ब्राह्मण सम्मेलन हो ही रहा है.

    यूपी के रॉबर्ट्सगंज लोकसभा से सांसद हैं पकौड़ी लाल. जिनका गाली देते वीडियो वायरल है. इसमें वो ये भी बता रहे हैं कि एक पुराने मामले में उनके खिलाफ गवाही देने की किसी की हिम्मत नहीं हुई. डायनामाइट जैसा भी कुछ बोल रहे.

    यूपी: सांसद पकौड़ी लाल ने ब्राह्मण और क्षत्रियों को गाली दी. वीडियो वायरल हुआ.

    अब मोदी सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल ने पकौड़ी लाल को माफी मांगने को कहा है.

    क्या पकौड़ी जी माफी मांगेंगे?

    ये पहली बार नहीं जब जातिगत टिप्पणी की गई हो. इससे पहले अगस्त में एक स्क्रीनशॉट भी वायरल हुआ था. तब अपना दल ने बयान भी जारी किया था.

    अपना दल (S) का सोशल मीडिया में वायरल स्क्रीनशॉट को लेकर बयान.
  • यूपी पावर कारपोरेशन ने बिजली सप्लाई का नया शेड्यूल किया जारी, जानें आपके गांव में कितने घंटे रहेगी बिजली

    उ.प्र. पावर कारपोरेशन को महानगरों, जिला मुख्यालयों, तहसीलों और पंचायतों को बिजली मुहैया कराने में पिछले 24 घंटे में ही 69.5 मिलियन यूनिट अतिरिक्त बिजली खरीदनी पड़ी.

    लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोयले के संकट का असर त्योहारी सीजन में नहीं दिखने वाला है, क्योंकि उ.प्र. पावर कारपोरेशन छठ और दिवाली में भरपूर बिजली देने का क्रम जारी रखेगा. (UPSLDC) ने त्योहारी सीजन को देखते हुए नया शेड्यूल जारी किया है. यूपीएसएलडीसी के नए शेड्यूल के मुताबिक 31 अक्टूर तक नगर पंचायतों और तहसीलों में सिर्फ ढाई घंटे के लिए बिजली की आपूर्ति रोकी जाएगी.

    अतिरिक्त बिजली की जा रही खरीदारी
    यूपीएसएलडीसी का नया आदेश 13 से 31 अक्टूबर तक के लिए है. केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग (Central Electricity Regulatory Commission) के आदेशों और ग्रिड सुरक्षा के परिप्रेक्ष्य में यह आदेश सामान्य अवस्था में लागू होंगे. बुंदेलखंड में 20 घंटे नियमित बिजली दिए जाने का आदेश है. जानकारी के मुताबिक 13 से 31 अक्टूबर के लिए जारी आदेश को पूरा करने के लिए ही प्रतिदिन अतिरिक्त बिजली खरीदी जा रही है. दिवाली और छठ पर्व को देखते हुए इस शिड्यूल को और आगे बढ़ाया जा सकता है.

    इतने करोड़ रुपये खर्च करने पड़े
    उ.प्र. पावर कारपोरेशन को महानगरों, जिला मुख्यालयों, तहसीलों और पंचायतों को बिजली मुहैया कराने में पिछले 24 घंटे में ही 69.5 मिलियन यूनिट अतिरिक्त बिजली खरीदनी पड़ी. इसके लिए 83.32 करोड़ रुपये पावर कारपोरेशन को खर्च करने पड़े.

    गौरतबल है कि देश भर के थर्मल पावर प्‍लांट में कोयले की कमी से जुड़ी रिपोर्ट सामने आ रही हैं. जिसके चलते कई राज्‍यों में बिजली संकट खड़ा हो गया है और बिजली कटौती देखने को मिल रही है. राज्य सरकारें केंद्र से जल्दी से जल्दी इस मसले का हल निकालने को कह रही हैं.

  • VARUN GANDHI का किसानों को खुला साथ:अटल जी का किसानों से जुड़ा 41 साल पुराना VIDEO पोस्ट किया, लिखा- बड़े दिल वाले नेता के समझदार शब्द

    भाजपा सांसद वरुण गांधी अब आर-पार के मूड में आ गए हैं। वे लगातार किसानों का समर्थन कर सरकार को चेतावनी दे रहे हैं। गुरुवार को वरुण गांधी ने पूर्व PM अटल बिहारी वाजपेयी का किसानों से जुड़ा 41 साल पुराना 1980 का एक वीडियो शेयर किया है। इसके साथ उन्होंने लिखा- बड़े दिल वाले नेता के समझदार शब्द…। सियासी गलियारे में इसे भाजपा सरकार को वरुण का अल्टीमेटम बताया जा रहा है।

    https://youtube.com/shorts/z6Cf5QbKC7A?feature=share

    वीडियो में क्या है?
    वीडियो में अटल बिहारी वाजपेयी अपने चिर परिचित अंदाज में किसी कार्यक्रम के दौरान किसानों के समर्थन में बोलते हुए तत्कालीन सरकार को चेतावनी दे रहे हैं। वह कहते हैं, ‘मैं सरकार को चेतावनी देना चाहता हूं। दमन के तरीके छोड़ दीजिए। हमें डराने की कोशिश मत कीजिए। किसान डरने वाला नहीं है। हम किसानों के आंदोलन का राजनीति के लिए प्रयोग करना नहीं चाहते हैं, लेकिन हम किसानों की उचित मांग का समर्थन करते हैं। अगर सरकार दमन करेगी। कानून का दुरुपयोग करेगी। शांतिपूर्ण आंदोलन को दबाने की कोशिश करेगी तो किसानों के संघर्ष में कूदने से हम संकोच नहीं करेंगे। हम उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होंगे।’

    किसानों के समर्थन में 40 दिन में वरुण ने किए 8 पोस्ट
    पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी का भाजपा से मोहभंग हो रहा है। उनकी सोशल मीडिया की पोस्ट्स इसकी तरफ साफ इशारा कर रहीं हैं। बीते 40 दिन में उन्होंने 8 पोस्ट किसान आंदोलन के समर्थन को लेकर किए हैं। लखीमपुर हिंसा को लेकर भी उन्होंने किसान के समर्थन में लगातार पोस्ट किए। इसके बाद उन्हें भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर कर दिया गया था।

    लखीमपुर खीरी को हिंदू बनाम सिख बनाया जा रहा
    वरुण गांधी ने बीते रविवार को लखीमपुर हिंसा को हिंदू बनाम सिख की लड़ाई में बदले जाने को लेकर पोस्ट किया था। उन्होंने लिखा था कि ‘लखीमपुर खीरी को हिंदू बनाम सिख लड़ाई में बदलने की कोशिश की जा रही है। यह अनैतिक है। उन घावों को फिर से कुरेदना खतरनाक है। हमें राजनीतिक लाभ को राष्ट्रीय एकता के ऊपर नहीं रखना चाहिए।’

    वरुण की आज की पोस्ट के 3 संयोग
    1980 का पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के इस वीडियो के तीन संयोग हैं। 1980 में ही वरुण पैदा हुए थे, और यही वह साल भी था जब जून में उनके पिता संजय गांधी की विमान हादसे में मौत हो गई थी।