विश्व गुरु के रूप में सनातन संस्कृति के पोषक एवं ,यत्र नार्यस्तु पूज्यंते रमंते तत्र देवता, के दैवीय आवाहन को स्वीकार करने वाली मां भारती आज के दिन आह्लादित थी ।अपने अंचल में दुर्गा, लक्ष्मी और सरस्वती के साथ-साथ सीता, अनुसूया, अपाला और घोषा जैसे विद्वत् मातृ शक्ति स्वरूपिणी नारी शक्ति की समेटता पाकर। नारी शक्ति आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है आज के विशेष शुभ अवसर पर विश्व महिला दिवस के पावन अवसर पर नासेर्प संगठन के बैनर तले समाज में अपने योगदान को मील का पत्थर साबित करने वाली जाज्ज्वल्यमान उदाहरणों से भरपूर मुख्य अतिथि के रूप में विद्यमान डॉ अलका गुप्ता जो थाईलैंड के बैंकॉक में चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर है। हेल्थ केयर कंपनी में आपका ओजस्वी वक्तव्य और संगठन की मुक्त कंठ से प्रशंसा इस बात को उद्घाटित करती है ।नारी उत्थान के समस्त सोपानो को पार करती हूं श्रद्धेया अलका जी ने अपने उद्बोधन में नारी शक्ति के देवत्व को परिभाषित किया गया ।साथ ही आवाहन किया गया नारी के समग्र विकास में योगदान दर्शित करने हेतु प्रबुद्ध समाज का। विशेष अतिथि के रुप में उपस्थित क्षमा श्रीवास्तव निर्देशिका शुभाशीष संस्थान रायबरेली भी अपने विशाल कलेवर में अनेकानेक सम्मान और गौरवान्वित पदों और साथ ही साथ अपने कर्तव्य के निर्वहन में नारी उत्थान, समाज उत्थान को अपने जीवन का आदर्श मानते हुए उत्तरोत्तर उदात्त लक्ष्य की तरफ अग्रसर होती हुई संगठन के इस आयोजन हेतु सादर आभार प्रकट किया । कार्यक्रम को विशेषज्ञता दिलाने में शैफाली सिंह, मित्तल जोशी और संतोष कुमारी ने अपने संकेत भाषा के कलेवर से समस्त ऑनलाइन आयोजन को वैश्विक पटल प्रदान किया। कार्यक्रम का सफल संचालन संगठन की ऊर्जावान संचालिका नारी शक्ति की जाज्ज्वल्यमान मिसाल के रूप में उपस्थित प्रियंका भनोट के द्वारा किया गया।।
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