संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग में तीन महीने से भी ज्यादा दिन तक धरना प्रदर्शन चला था।दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी यह बड़ा मुद्दा बना।
मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा। कोर्ट ने दो वार्ताकारों को नियुक्त किया था। कोर्ट ने वार्ताकारों से कहा था कि वे प्रदर्शन स्थल पर जाकर प्रदर्शनकारियों से प्रदर्शन खत्म करने के लिए तैयार करें लेकिन वार्ताकार इसमें सफल नहीं हो सके थे।
लॉकडाउन में ढील मिलते ही शाहीनबाग में फिर से नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में धरना-प्रदर्शन की तैयारी शुरू हो गई है। धरनास्थल पर चहल-पहल की सूचना पर पुलिस हरकत में आ गई और भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया गया।
सूत्रों ने बताया कि लॉकडाउन में ढील मिलने के बाद सीएए के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन से जुड़े लोग सक्रिय हो गए हैं। पिछले चार-पांच दिनों से शाहीनबाग और उसके पास के क्षेत्र में धरने से जुड़े लोगों के घरों में बैठक कर रहे थे।शाहीनबाग में दोबारा धरना करने से संबंधित कुछ संदेश हाथ लगने और खुफिया रिपोर्ट के बाद पुलिस शाहीनबाग पहुंच गई। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो कुछ लोग चहलकदमी कर रहे थे, जिन्हें पुलिस ने हटा दिया