Tag: बिहार

  • घर में घुसकर किया था MLA का मर्डर,अब मिली परोल,जाने वजह

    बिहारः घर में घुसकर किया था MLA का मर्डर, अब बेटी का कन्यादान करने के लिए मिली परोल

    4 जनवरी, 2011 को रूपम पाठक नाम की महिला ने पूर्णिया से बीजेपी के विधायक राजकिशोर केसरी के घर में घुसकर उनकी हत्या कर दी थी. रूपम पाठक ने विधायक राजकिशोर के पेट में चाकू घोंप दिया था. उम्र कैद की सजा काट रही रूपम को मिली है बेटी की शादी के लिए पेरोल।

    4 जनवरी, 2011 को रूपम पाठक नाम की महिला ने पूर्णिया से बीजेपी के विधायक राजकिशोर केसरी के घर में घुसकर उनकी हत्या कर दी थी. रूपम पाठक ने विधायक राजकिशोर के पेट में चाकू घोंप दिया था. दरअसल, दिवंगत विधायक केसरी पर एक लड़की का यौन शोषण करने का गंभीर आरोप था और पीड़ित लड़की रूपम पाठक की बेटी थी. इसी वजह से रूपम पाठक ने बेटी के उत्पीड़न का बदला लेने के लिए राजकिशोर केसरी की हत्या कर दी थी.

  • CM नीतीश को पप्पू यादव की पत्नी का खुली चेतावनी, कही ये बात,देखे ख़बर

    कोरोना नियमों के उल्लंघन पर पप्पू यादव की गिरफ़्तारी के बाद से बिहार में सियासी घमासान मचा हुआ है। इसी बीच पप्पू यादव की पत्नी और पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने सीएम नितीश कुमार को चेतावनी दी है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर एक संदेश लिखते हुए नितीश कुमार को बीच चौराहे पर खड़े करने की बात काह डाली। इससे साफ नजर आ रहा है कि, पति की गिरफ़्तारी से वह कितनी नाराज हैं।

    उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि, नीतीश जी, पप्पू जी कोरोना निगेटिव हैं, अगर वह पॉजिटिव हुए तो आपको, इस साजिश में शामिल चार लोगों एवं एम्बुलेंस चोरों को CM आवास से निकाल बीच चौराहे पर नहीं खड़ा किया तो मेरा नाम रंजीत रंजन नहीं। अपने एक और ट्वीट में रंजीत रंजन ने आगे कहा कि, नीतीश जी कल पूरे दिन-रात जो आपके प्रशासन ने पटना से मधेपुरा फिर वहां से वीरपुर तक पप्पू यादव जी के साथ जो ड्रामा किया है,

  • शादी में चिकन के साथ लिट्टी नहीं देने पर गोलीबारी, एक की मौत, तीन घायल,देखे ख़बर

    दुनिया जब कोरोना वायरस के तबाही से जूझ रही है। न जाने कितनों के चिराग के बुझ गए तो न जाने कितनों के घर खाने के लाले पड़ गए। वहीं संकट के इस दौर में बिहार में चिकन के साथ लिट्टी नहीं परोसे जाने पर गोलियां चल गईं, जिसमें एक की जान चली गई और तीन की हालत गंभीर है।

    बिहार के गोपालगंज जिले के उचकागांव थाना क्षेत्र के नरकटिया गांव में बारात में चिकन के साथ लिट्टी नहीं देने पर हुई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक की पहचान राजेंद्र सिंह के तौर पर हुई है, जबकि गोलीबारी में जख्मी राहुल कुमार सिंह, रिशु कुमार सिंह और रोहित कुमार सिंह को इलाज के लिए गोपालगंज सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार करने के बाद बेहतर इलाज के लिए उन्हें गोरखपुर रेफर कर दिया। इसके बाद परिवार के सदस्य तीनों जख्मी लोगों को इलाज के लिए गोपालगंज अस्पताल से गोरखपुर के लिए लेकर रवाना हो गए

  • पूर्व सांसद शहाबुद्दीन का निधन,जब दहला था सीवान का कलेजा, शहाबुद्दीन के गांव प्रतापपुर में गिरी थीं 13 लाशें,देखे ख़बर

    कोरोना से बिहार के बाहुबली नेता पूर्व सांसद शहाबुद्दीन का आज कोरोना से मृत्यु हो गई।

    आरजेडी के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन का कोरोना से निधन, तिहाड़ जेल के डीजी ने की पुष्टि…..

    नई दिल्ली।राजद के पूर्व सांसद और बाहुबली शहाबुद्दीन का आज कोरोना संक्रमण की वजह से निधन हो गया।अब से कुछ देर पहले तिहाड़ जेल प्रशासन ने शहाबुद्दीन की मौत की पुष्टि की तिहाड़ जेल के डीजी ने कहा कि DDU अस्पताल के मुताबिक पूर्व सांसद ने इलाज के दौरान आखिरी सांसें ली उन्हें पिछले महीने 20 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था

    शहाबुद्दीन ने साल 1980 में सियासत में कदम रख था, उस वक्त शहाबुद्दीन ने माकपा व भाकपा के खिलाफ जमकर लोहा लिया था। इसके बाद सीवान में उसकी पहचान दबंग राजनेता के तौर होने लगी, लेकिन 15 मार्च 2001 को शहाबुद्दीन के गांव प्रतापपुर में जो कुछ भी हुआ, उससे पूरा देश थर्रा गया था।

    दरअसल, प्रतापपुर में हुई मुठभेड़ में कुल 13 लोग मारे गए थे।जानकार बताते हैं कि यह मुठभेड़, शहाबुद्दीन और बिहार पुलिस के बीच हुई थी। शहाबुद्दीन के साथ-साथ उसके समर्थक इस मुठभेड़ में शामिल थे। बताया जाता है कि दोपहर में शुरू हुई गोलीबारी देर रात तक चली थी, जिसमें कुल 13 लोग मारे गए थे। इसमें एक पुलिसकर्मी भी शामिल था

    सीआरपीएफ की 3 कंपनियों को भेजा गया
    बताया जाता है कि इस घटना के बाद सीआरपीएफ की 3 कंपनियों को प्रतापपुर रवाना किया गया था यही नहीं, रांची से भारतीय सेना की एक बटालियन को भी भेजा गया था जानकार बताते हैं कि सीवान पुलिस शहाबुद्दीन को गिरफ्तार करने में असमर्थ रही थी, इसीलिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को पुलिस की मदद के लिए भेजा गया था।

    सीवान से जा चुके थे शहाबुद्दीन
    जब तक पुलिस बल वहां पहुंचती तब तक तत्कालीन सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन पुलिस की नाक के नीचे से सीवान जिले से बाहर निकल चुका था गौरतलब है कि प्रतापपुर गांव सीवान से करीब 18 किलोमीटर दूर ह कहा जाता है कि शहाबुद्दीन के सारे गैर-कानूनी काम वहीं से होते थे

  • लालू प्रसाद यादव को मिली जमानत, साढ़े तीन साल बाद इस शर्त पर आएंगे जेल से बाहर,देखे ख़बर

    राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख लालू यादव के जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है लालू यादव को दुमका कोषागार से 3.13 करोड़ रुपये की निकासी के मामले में जमानत मिल गई है चारा घोटाला मामले से संबंधित अन्य मामलों में लालू यादव को पहले से जमानत मिली हुई है अब लालू यादव के जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है।

    झारखंड उच्च न्यायालय ने शनिवार को चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को जमानत दे दी। लालू अब जेल से बाहर आ जाएंगे। झारखंड उच्च न्यायालय ने आधी सजा पूरी करने के आधार पर लालू प्रसाद यादव को सशर्त जमानत प्रदान की है। इस दौरान उन्हें एक लाख के निजी मुचलके का बांड भरना होगा। उच्च न्यायालय ने निर्देश दिए हैं कि लालू यादव बिना अनुमति के वे देश से बाहर नहीं जाएंगे और ना ही अपना पता और मोबाइल नंबर बदलेंगे।

    लालू की जमानत को लेकर मामला नौ अप्रैल को भी सुनवाई के लिए सूचीबद्ध था, लेकिन सीबीआई ने जवाब दाखिल करने के लिए अदालत से समय मांगा था। लेकिन शनिवार को हुई सुनवाई में लालू यादव को जमानत दी गई है। फिलहाल, राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष का दिल्ली के एम्स में इलाज चल रहा है।

  • उपेंद्र कुशवाहा के बहाने क्या नीतीश कुमार बीजेपी को साधना चाहते हैं?,देखे ख़बर

    मीडिया के बंधुओं ने मुझसे पूछा कि आप उधर जा रहे हैं, तो क्या तय हुआ है? इस घर में मुझे कुछ भी तय करने की ज़रूरत नहीं है मैं बिना किसी शर्त, बिना किसी कंडीशन नीतीशजी की अगुआई में सेवा करने कि लिए वापस आया हूँ मैंने अपने राजनीतिक जीवन में ढेरों उतार-चढ़ाव देखें हैं, लेकिन अब हर तरह का उतार-चढ़ाव नीतीशजी के नेतृत्व में ही देखना है ऐसा मैंने अपने अनुभव से जाना है कि सारा ज्ञान किताबों को पढ़कर नहीं आ सकता

    ये शब्द हैं पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के, जिन्होंने नीतीश कुमार की मौजूदगी में ये बातें कहीं

    नीतीश कुमार ने रालोसपा के जद(यू) में विलय के मौक़े पर कहा, “उपेंद्रजी ने तो कह दिया कि वे साथ आकर काम करेंगे और उनकी कोई ख़्वाहिश नहीं, लेकिन हमलोग तो सोचेंगे न? आपकी भी प्रतिष्ठा है, आपकी भी इज़्ज़त है, आपकी भी हैसियत है।भाई उपेंद्र कुशवाहा जी तत्काल प्रभाव से जनता दल (यूनाइटेड) के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने इसके बाबत पत्र तैयार कर दिया है।

    दरअसल बिहार के विधानसभा चुनाव के परिणामों ने नीतीश कुमार और उनकी पार्टी की सियासी हैसियत को कमज़ोर किया है और नीतीश कुमार गाहे-बगाहे इस दर्द को बयाँ भी करते रहते हैं कि उनके साथ धोखा हुआ. वे दोस्त और दुश्मन की पहचान करने में चूक गए

  • RubaruIndia:परीक्षा के दौरान छात्रा ने दिया बच्चे को जन्म देखे क्या रखा नाम, देखे ख़बर

    बिहार में एक अजीबो-गरीब कारनामा हुआ है। यह ऐसा वाकया है, जो उन लोगों के साथ-साथ आसपास के लोगों को भी हमेशा याद रखा जाएगा नाम रखा इम्तेहान

    यह वाकया है, जो उन लोगों के साथ-साथ आसपास के लोगों को भी हमेशा याद रहेगा, जिनके साथ यह हुआ। मामला बड़ा ही दिलचस्प है। बिहार निवासी शांति कुमारी की शादी वर्ष 2020 में हुई थी। फिलहाल उसके एग्जाम चल रहे हैं। वह गभवर्ती थी। जब वह हाईस्कूल की परीक्षा दे रही थी, तो अचानक ही उसको पेन होने लगा। स्कूल में मौजूद शिक्षिकाओं ने छात्रा से जब इस बाबत पूछा तो उसने बताया कि उसे प्रसव पीड़ा हो रही है। आनन-फानन में शांति कुमारी को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। चौकाने वाली बात यह है कि शांति कुमारी ने अपने नवजात का नाम इम्तिहान रखा है। परिजनों के अनुसार बच्चे का जन्म उस समय हुआ, जब उसकी मां की परीक्षा चल रही थी। इसलिए बच्चे का नाम इम्तिहान रखा गया है। यह मामला पूरा क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहा है। बच्चे के लिए यह नाम हमेशा ऐतिहासिक रहेगा, वहीं मां-बाप को भी यह वाकया हमेशा याद रहेगा।

  • बिहार जब तेजस्वी ने पटना डीएम से कहा मैं तेजस्वी यादव बोल रहा हूं देखो DM बोले क्या, रिपोर्ट देखे

    तेजस्वी यादव ने आंदोलन कर रहे लोगों की मदद के लिए पटना डीएम को फोन किया था, लेकिन डीएम फोन पर ही उनसे कहने लगे कि आप हमसे हिसाब लीजिएगा क्या? हालांकि, जब डीएम को पता चला कि फोन करने वाले तेजस्वी यादव हैं तो उनके सुर बदल गए.

    आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. जिसमें वह पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह को फोन पर टीईटी अभ्यर्थियों को धरना देने की इजाजत देने की बात कह रहे हैं. तेजस्वी ने आंदोलन कर रहे लोगों की मदद के लिए डीएम को फोन किया था, लेकिन डीएम फोन पर ही उनसे कहने लगे कि आप हमसे हिसाब लीजिएगा क्या? हालांकि, जब डीएम को पता चला कि फोन करने वाले तेजस्वी यादव हैं तो उनके सुर बदल गए.

  • बिहार में सरकार गिरने के कगार पर कौन हो सकता है अगला मुख्यमंत्री, देखे पूरी रिपोर्ट

    सीएम नीतीश कुमार पर लालू यादव ने डाले डोरे तो सेफ जोन में पहुंची कांग्रेस

    भाजपा-जदयू के रिश्‍ते में तनाव के बाद कांग्रेस को अपने विधायकों के जदयू में शामिल होने का डर सता रहा था। अब पार्टी आश्‍वस्‍त है कि राजद को जदयू को मनाने में कामयाब मिली तो सत्‍ता के लालच में उसके विधायक दल-बदल से बाज आएंगे।

    राजनीति की चाल सीधी नहीं होती। लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के सियासी पैंतरे से विपक्ष के पक्ष में माहौल बने या न बनें। किंतु इतना साफ है कि टूट के कगार पर खड़ी कांग्रेस (Congress) को लालू की चाल से फायदा हो रहा है, क्योंकि बिहार के वर्तमान राजनीतिक माहौल में तोडफोड़ का सबसे ज्यादा खतरा कांग्रेस पर ही मंडराते दिख रहा है। कांग्रेस के बिहार में कुल 19 विधायक हैं। इनमें 12 नए हैं, जो या तो पहली बार जीतकर आए हैं या चुनाव से पहले दूसरे दल से पाला बदलकर कांग्रेस का हाथ थामा है। ऐसे विधायकों पर प्रदेश नेतृत्व का पूरी तरह ऐतवार नहीं हो रहा है। आशंका तो सार्वजनिक है मगर समाधान नहीं सूझ रहा है।

    कांग्रेस को राहत

    ऐसे में लालू की चाल और सियासत के मौजूदा हाल से कांग्रेस को फिलहाल राहत है। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का दावा है कि कांग्रेस विधायकों को डर है कि उछल-कूद करने से उनका दांव उल्टा पड़ सकता है। भाजपा (BJP) और जदयू (JDU) में अगर खटपट बढ़ी और राजद (RJD) की कोशिशों को कामयाबी मिली तो पार्टी बदलने से नुकसान ही होगा। इसलिए व्याकुल विधायक भी मौके के इंतजार के पक्ष में हैं।

    पहले कांग्रेस में जदयू ने की थी सेंधमारी

    बिहार में तोडफ़ोड़ में विश्वास करने वाले दल कांग्रेस को सबसे आसान लक्ष्य इसलिए मानते हैं कि यह पहले भी कई बार टूटती रही है। अभी करीब दो साल पहले बिहार में जिनपर कांग्रेस को बचाने-बढ़ाने की जिम्मेवारी थी, उनके नेतृत्व में ही एक धड़ा टूटकर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के साथ चला गया था। अशोक चौधरी (Ashok Chaudhary) कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे और 2015 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को उन्होंने अच्छी-खासी बढ़त भी दिलाई। चार से 27 पर पहुंचाया, लेकिन आलाकमान की उपेक्षा ने उन्हें इस तरह आहत किया कि उन्होंने दूसरा ठिकाना तलाशना ही मुफीद माना। अशोक चौधरी की संगठन क्षमता को देखते हुए नीतीश कुमार ने उन्हें जदयू का कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बना दिया है। माना जा रहा है कि पुराने संबंधों के चलते कांग्रेस के कई लोग अभी भी उनके संपर्क में हैं। कुछ विधायकों की वफादारी नीतीश कुमार के प्रति भी है पर जदयू की मंशा अभी तोडफ़ोड़ से दूर रहने की है।

    पांच सालों के लिए विधायकों को रोककर रखना आसान नहीं होगा

    विधानसभा चुनाव से पहले भी प्रदेश में कांग्रेस टूट की कगार पर थी। हालांकि हालात ने बचा लिया, पर ग्रह-नक्षत्रों का असर कभी-कभी विपरीत भी पड़ता है। अभी जबतक बिहार में उथल-पुथल की राजनीति चल रही है, तबतक कांग्रेस को खतरा नहीं है, लेकिन हालात अगर अगले पांच वर्षों के लिए स्थिर हो गए तो कुछ प्राप्त करने की आस लगाए विधायकों को रोककर रखना आसान नहीं होगा।_

  • कृषि अधिकारी की गाड़ी रोकना होमगार्ड को पड़ा महंगा सड़क पर कराई, देखे पूरी रिपोर्ट

    इस बिगड़ैल पदाधिकारी की हनक उतारो नितीश सरकार

    होमगार्ड पैर पकड़ के गलती मांगता

    वाह रे बिहार के अररिया के एक कृषि अधिकारी ने एक होमगार्ड के जवान को बस इस लिए अपने घुटनों के बल बैठा दिया क्योंकि उस जवान ने इन साहब की गाड़ी रोक दी।
    बिहार के DGP अगर वाकई में आप अपने पुलिस के जवानों के लिए चिंतित है तो इस अधिकारी को छोड़ियेगा नही क्योंकि ये जवान कोरोना में ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभा रहा था अगर उसने अनजाने में इस अधिकारी की गाड़ी रुकवा दी तो इस अधिकारी ने इस जवान को अपने घुटनों के नीचे बैठा दिया यहाँ तक की उठक बैठक भी करवा दिया इस अधिकारी ने इस जवान को ही नही बल्कि एक खाक़ी वर्दी को अपने पैर के नीचे रख दिया है।

    कृषि अधिकारी बिहार क