रूबरू डा• ताबिश मेंहदी प्रतापगढ़ी से

Date:

ताबिश मेंहदी साहब प्रतापगढ़ के शायरों में सबसे बड़े शायर हैं, नातिया मुशायरों के हवाले से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मशहूर हैं, लगभग तीस किताबों के लेखक हैं,

• तन्क़ीद व तरसील

• कंकर बोलते हैं

• शफीक़ जौनपुरी एक मुताला

• नक़्दे ग़ज़ल

• अबुल मुजाहिद ज़ाहिद फ़िक्र व फ़न

• सलसबील

• ग़ज़ल नामा

यह किताबें बहुत मशहूर हैं ।

आप ग़ज़ल कहने में खूब माहिर हैं, कहा जाए तो आप ग़ज़ल के शायर हैं लेकिन आपकी शोहरत नात के अशआर से हुई, “लमआत ए हरम” और “सलसबील” आपकी नअत की दो किताबें बहुत ही उमदा हैं, उर्दू अदब की ख़िदमत आपकी जीवन शैली है, शायर होने के साथ आप व्यक्तिगत रूप से बहुत शरीफ़ और ख़ुश दिल इंसान हैं।

डा•ताबिश मेंहदी का जन्म जनपद प्रतापगढ़ के तहसील रानीगंज के एक गांव रामदेव पटी में 3 जुलाई 1951 को हुआ, शुरुआती शिक्षा प्रतापगढ़ से लेने के बाद उच्च शिक्षा के लिए इलाहाबाद चले गए, दिल्ली के जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी से उर्दू तन्क़ीद में पी एच डी की डिग्री ली, इस समय दिल्ली में ही रहते हैं, जमात ए इस्लामी देहली, नदवतुल उलमा लखनऊ, जामिया फलाह आज़मगढ, राब्ता अदब इस्लामी और कई जगहों से निकलने वाले पन्द्रह रोज़ा और मासिक परचों के लिए शेर लिखते हैं।

नात और ग़ज़ल के कुछ शेयर

—————————————-

पऐ ज़िक्र ए नबी मैं लब जो खोलूं

ज़ुबाँ को मुश्क से अंबर से धोलूं

—————————————-

जब हिरा से चली आख़िरी रोशनी

हर तरफ फैलती ही गई रोशनी

क्यों किसी रोशनी की करें जुसतजू

जिस को हासिल है कुरआन की रोशनी

————————————————

दयारे मुस्तफा से आने वालों

तमन्ना है तुम्हें फूलों में तौलूं

मदीना जब किसी को जाते देखा

यह जी चाहा उसी के साथ हो लूं

—————————————-

नम ए नबी विर्दे ज़ुबाँ है नाव मगर मजधार में है

सोच रहा हूँ अब भी यक़ीनन कोई कमी किरदार में है

——————————————–‐———————

और सिम्त ए सफर रास्ता और है

अहदे हाज़िर का शायद ख़ुदा और है

आंधियां किस लिए मुतमइन हो गईं

मेरे घर में अभी एक दिया और है

———————————————

भरोसा इतना शोहरत पर न कीजिए

यह जब चाहे किसी के साथ हो जाए

जिसे हो रोशनी बनने की ख़्वाहिश

वह पहले रोशन के साथ हो जाए

——————————————-

हमें फिर आज़माया जा रहा है

ख़ुदा के घर को ढाया जा रहा है

अंधेरों की परस्तिश हो रही है

चराग़ों को बुझाया जा रहा है

पिला कर नशा तहज़ीबे हाज़िर

जवानों को सुलाया जा रहा है।

(लेखक: आदम अली)

बच्चों के दिलक़श प्रोग्राम, ऐकशन देखने के लिए इस चैनल को सब्सक्राइब करें।

https://www.youtube.com/channel/UC-ht8uAOJbqlCgjPmiwJzEA

Subscribe

Popular

More like this
Related

प्रतापगढ़ के अरफात ने भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल किया

प्रतापगढ़ के मोहम्मद अरफात ने मुम्बई के सावित्रीबाई फुले...

CBSE 2026 से साल में दो बार कराएगा 10वीं बोर्ड परीक्षा, छात्रों को मिलेगा दो मौके

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2026 से कक्षा...

रेलवे ने बदले 8 स्टेशनों के नाम, जानें नई लिस्ट और बुकिंग से पहले अपडेट रहें

भारतीय रेलवे ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के...

प्रधानमंत्री मोदी के लिए पहली बार दो प्रधान सचिव नियुक्त, शक्तिकांत दास को मिला नया दायित्व

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में एक ऐतिहासिक फैसला...