देश के लिए सबसे पहले क़ुर्बानी देंगे मौलवी: शब्बीर मज़ाहरी

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प्रतापगढ़: मदरसा क़ुरआनीया तनवीरुल उलूम दारापुर में जलसा-ए-दस्तारबन्दी मौलाना शब्बीर अहमद मजाहरी की सरपरस्ती व क़ारी हबीब अहमद बांदवी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ,

जिसमे वक्ता के रूप में मौलाना मुफ्ती तौहीद क़ासमी, मौलाना अबदुल्ला, मौलाना रियाज़ क़ासमी शरीक हुए, जिसमें वक़्तावों ने ईश्वर को एक मानने उसकी इबादत करने सच बोलने, प्रेम और मुहब्बत को आम करने, एक दूसरे के हक़ को पूरा करने छोटो से प्यार बड़ो की इज़्ज़त करने की तालीम दी।

इस जलसा के आयोजक मौलाना शब्बीर मज़ाहरी ने कहा कि सरकारें टैक्स वसूल कर देश में शांति बनी रहे इसका प्रयास करती है, तो मदरसे भी अवाम से चंदा जमा करके शांति व भाईचारे को बनाये रखने का काम करते हैं, मदारिस और उलमा ने हमेशा इस देश के लिए क़ुर्बानी दी है और आज भी इस मुल्क के लिए अपनी जान क़ुर्बान करने का जज़बा रखते हैं,
हाफिज़ हुए 8 बच्चे…

1-मोहम्मद जीशान वल्द मोहम्मद इरफान गांव राजापुर
2- जियाउद्दीन वल्द मोहम्मद मुस्तकीम गांव परौवा
3-मोहम्मद तौकीर वल्द मोहम्मद तौहीद सीतापुर
4-वली उल्लाह वल्द असरार अहमद गांव नहवय्या
5-मोहम्मद आजाद वल्द मोहम्मद अतहर अली सीतापुर
6- मोहम्मद मुस्तफा वल्द मोहम्मद नईम गांव बिहार बेगूसराय
7-अबू हुजैफा वल्द मास्टर सलीम अहमद गांव नव्वापुर
8- मुहम्मद हुसैन वल्द नईम खान सीतापुर
इन बच्चों को दस्तार व सनद क़ारी हबीब बांदवी ने अता की ।

जलसे की अध्यक्षता कर रहे क़ारी हबीब बांदवी ने दुआ कराई हजारों लोगों ने हाथ उठा कर इस मुल्क के एकता भाई चारे और कोरोना वायरस जैसी बीमारी से शिफा मांगी।

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